Monday 18 April 2016

WCF 2016-एक राजनीतिक पहलू


श्री श्री रविशंकर की संस्था आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से आयोजित विश्व सांस्कृतिक महोत्सव 2016 का रविवार 13 मार्च को समापन हो गया यह आयोजन श्री श्री की संस्था के 35 वर्ष पूरे होने की खुशी में आयोजित किया गया था जिसमें 155 देशों ने अपनी भागीदारी दी थी और इस समारोह में लगभग 35 लाख से अधिक लोग सम्मिलित हुए थे आर्ट ऑफ लिविंग का यह महोत्सव 11 मार्च से 13 मार्च के बीच यमुना की तलहटी पर किया गया  जिसका शुभारम्भ माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों द्वारा किया गया 

                  विश्व सांस्कृतिक महोत्सव 2016 के नाम से आयोजित यह समारोह जहाँ राजनीति के घेरे में खड़ा हुआ वही इसने विश्व के कई कीर्तिमान अपनी झोली मे डाले इस महोत्सव को आयोजित करने के लिए जिस भव्य अर्थात विशाल अस्थाई स्टेज का निर्माण किया गया वह 7 एकड़ के फैलाव मे था जो कि 2.5 गुना फीफा के मैदान के बराबर है और इसे 1000 से अधिक मज़दूरों के द्वारा तैयार किया गया था जिस कारणवश इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड मे शामिल करने की सम्भावना है आकर्षण का केंद्र बने इसी स्टेज पर विश्व भर से आये लोगों के द्वारा प्रस्तुति का संगम एक ही मंच पर देखने को मिला 

                 भारत की राजनीति मे अमूमन यह देखने को मिला है कि जब कभी कोई भी व्यक्ति विशेष या कोई संस्था किसी भी माध्यम से देश के हित के लिए कुछ करना चाहता है तो कहीं ना कहीं से उस पर रोक लगाने की पूरी कोशिश की जाती है और यही हुआ श्री श्री के कार्यक्रम विश्व सांस्कृतिक महोत्सव मे...दरअसल यमुना के खादर पर चल रहे इस निजी संस्कृति आयोजन मे सेना के उपयोग करने के लिए राज्यसभा मे जमकर हंगामा किया गया और विपक्ष का कहना था कि कार्यक्रम के द्वारा यमुना के तट एवं बाढ़ की द्रष्टि से सम्वेदनशील खादर मे आयोजन करना एक पर्यावरण आपदा के समान है 

                नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के द्वारा श्री श्री के ऊपर यह कार्यक्रम करने के लिए जुर्माना भी लगाया गया जिस पर कड़ा रुख़ करते हुए श्री श्री ने कहा कि "मैं जेल जाना पसंद करूँगा लेकिन हर्जाने की एक पाई भी नही दूँगा" इनके इस बयान पर NGT द्वारा टिप्पणी की गई कि "श्री श्री जैसे ऊँचे कद वाले लोगों पर ऐसी बातें शोभा नही देती यदि कोई भी व्यक्ति ट्रिब्यूनल के खिलाफ़ या उसकी छवि को चोट पहुँचाने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ़ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायगी" इसके तत्पश्चात आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से यमुना डूब इलाके मे क्षति  करने के लिए जुर्माना राशि जमा की गई वहीं दूसरी ओर वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा उस जगह का दौरा किया गया जिसे देख उन्होंने विरोध कर रहे लोगों की निंदा करते हुए कहा कि "इस कार्यक्रम को रोकने का तो बहुत प्रयास किया गया परंतु यहाँ आकर मुझे आभास हुआ कि यहाँ का पर्यावरण तो बहुत सुंदर है"

             यमुना के किनारे चल रहे इस महोत्सव को श्री श्री रविशंकर ने संस्कृति का ओलम्पिक तक करार दिया देश की राजधानी मे आयोजित इस समारोह की चर्चा केवल देश के भीतर ही सीमित न थी अपितु इसकी चर्चा विदेशों मे भी हुई इस भव्य समारोह के अंत मे रविशंकर के द्वारा एक साक्षात्कर मे कहा गया कि इसको आयोजित करने का अनुरोध ऑस्ट्रेलिया एवं मेक्सिको से आया इसके साथ यह भी कहा कि इस सम्पूर्ण आयोजन के दौरान किसी भी प्रकार की पर्यावरण को क्षति नही पहुँची और न ही कोई छोटा पेड़ तक काँटा गया
                 अन्त भला तो सब भला यही आलम था 13 मार्च को समाप्त आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से आयोजित विश्व सांस्कृतिक महोत्सव 2016 का जैसे ही इस आयोजन का समापन हुआ साथ ही लोगों की आशंकाओं एवं विरोधों का भी समापन हो गया
                                            
-रेहान अहमद

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